मीडिया ग्रुप, 18 सितंबर, 2021
कांग्रेस की पंजाब इकाई में जारी तनातनी के बीच अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने शनिवार को राज्य के कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के खिलाफ 40 विधायकों के मोर्चा खोलने के बाद भीतर के मुद्दों पर चर्चा की मांग के जवाब में कांग्रेस ने शनिवार को शाम 5 बजे पंजाब में अपने विधायक दल की त्वरित बैठक बुलाई है।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने ट्वीट किया, “एआईसीसी को कांग्रेस पार्टी के बड़ी संख्या में विधायकों से एक प्रतिनिधित्व प्राप्त हुआ है, जिसमें पंजाब के कांग्रेस विधायक दल की तुरंत बैठक बुलाने का अनुरोध किया गया है। सीएलपी की एक बैठक 18 सितंबर को शाम 5 बजे पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में बुलाई गई है।”
उन्होंने कहा, “एआईसीसी ने पीपीसीसी को इस बैठक को सुविधाजनक बनाने का निर्देश दिया है। पंजाब के सभी कांग्रेस विधायकों से अनुरोध है कि कृपया इस बैठक में भाग लें।” नवजोत सिंह सिद्धू ने भी जल्दबाजी में बुलाई बैठक के बारे में यही जानकारी ट्वीट की और केंद्रीय निकाय द्वारा पर्यवेक्षक भेजने की संभावना है। विधायकों ने मांग की है कि दिल्ली से दो न्यूट्रल ऑब्जर्वर भेजे जाएं ताकि वे अपनी शिकायतें बता सकें।
इस बार प्रमुख मूवर्स परगट सिंह और तृप्त सिंह बाजवा हैं, दोनों ही पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सिद्धू के करीबी हैं। हरीश रावत ने गुरुवार को सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से मुलाकात की और सूत्रों ने कहा कि उन्हें पार्टी के भीतर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए कहा गया है क्योंकि विधायकों ने एक बार फिर से आवाज उठानी शुरू कर दी है। ये कहा जा रहा है कि रावत ने पंजाब में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से भी बात की थी।