उधमसिंह नगर में नवजात की जिंदगी से खिलवाड़ : महालक्ष्मी किट में दिए जा रहे एक्सपायरी सामान

सिमरप्रीत सिंह, संपादकमीडिया ग्रुप 

मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना के अंतर्गत महिलाओं को प्रसव के बाद दिए जा रही पोषण आहार की किट में निकला समान एक्सपायरी डेट का पाया गया है जिसे लेकर सीएम पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवा कर कार्यवाही की मांग की गई है।

उत्तराखंड सरकार प्रदेश की गर्भवती महिलाओं के लिए और महिलाओं के प्रसव के बाद पोषण आहार उपलब्ध कराने जैसी तमाम सुविधाएं दिए जाने को लेकर कई योजनाएं संचालित कर ही है। इसी क्रम में महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के तहत लड़की पैदा होने पर राज्य सरकार जच्चा को एक किट उपलब्ध कराती है जिस किट में एक्सपायर हो चुकी चीज़े मौजूद है, ऐसे में विभाग की ओर से चलाई जा रही मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं, आखिर क्या है वास्तविक स्तिथि? आप भी जानिए…

उत्तराखंड सरकार प्रदेश की जनता की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए तमाम योजनाएं तो संचालित कर रही है लेकिन इन योजनाओं का लाभ धरातल पर आम जनता को कितना मिल पा रहा है ? ये बात किसी से छुपी नहीं है। शासन स्तर पर कई बड़ी योजनाएं तो तैयार की जाती हैं लेकिन आम जनता को उन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए न सिर्फ दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं, बल्कि जरूरतमंद के बजाए कोई और इसका लाभ उठाता है। इसी तरह महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से संचालित मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना की स्थिति भी कुछ इसी तरह की है। इस योजना कि शुरुआत तो सरकार ने कर दी लेकिन इस योजना का उचित लाभ महिलाओं को नहीं मिल पा रहा है।

दरअसल, महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से प्रसूता को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना के तहत किट उपलब्ध कराती है, जिसमे जच्चा और बच्चा के लिए तमाम तरह के सामान उपलब्ध कराए जाते हैं। किट में बच्चे के लिए साबुन, मालिश तेल, पाउडर के साथ ही कपड़े और कंबल दिए जाते है। इसके साथ ही जच्चा के लिए सरसों का तेल, छुआरा और खुबानी, आदि दिए जाते है लेकिन इस किट में दिए जा रहे लगभग सामान एक्सपायर हो चुके है। हालांकि, इनमें एक्सपायर होने वाले सामान, एक दो महीने नहीं बल्कि 6-6 महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके है।

तत्कालिक सीएम तीरथ सिंह रावत ने शुरू की योजना

मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना शुरू करने की प्लानिंग साल 2021 में तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कार्यकाल में हुई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की कैबिनेट में मुख्यमंत्री महालक्ष्मी की योजना शुरुआत करने पर मुहर लगी थी। जिसके बाद 30 जून 2021 को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी की योजना की शुरुआत होनी थी लेकिन उस दौरान राजनीतिक उठापटक के चलते इस योजना की शुरुआत नहीं हो पाई। 2 जुलाई, 2021 को तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को इस्तीफा देना पड़ा। उसके बाद मुख्यमंत्री बने पुष्कर सिंह धामी ने 17 जुलाई, 2021 को मुख्यमंत्री महालक्ष्मी किट योजना की शुरुआत की थी।