रुद्रपुर: युवा प्रेस क्लब के भानु चुघ महानगर अध्यक्ष और अभिषेक बने महामंत्री

रुद्रपुर। हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर कुमाऊं युवा प्रेस क्लब की ओर से जिला पंचायत सभागार में आयोजित विचार गोष्ठी में पत्रकारों से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इसी अवसर पर क्लब की महानगर कार्यकारिणी की घोषणा भी की गई। कार्यक्रम के दौरान प्रेस क्लब भवन को चालू कराने के लिए निर्णायक संघर्ष का ऐलान किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुमाऊं युवा प्रेस क्लब के अध्यक्ष सौरभ गंगवार ने महानगर कार्यकारिणी की घोषणा करते हुए वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र गिरधर, अशोक सागर, युगराज रघुवंशी, जगदीश चंद्र और बरीत सिंह को संरक्षक मनोनीत किया। भानु चुघ को महानगर अध्यक्ष, अभिषेक शर्मा को महामंत्री, सत्यजीत सरकार को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, गुरविंदर सिंह गिल को उपाध्यक्ष, मनीष ग्रोवर एवं रंजीत कुमार को सचिव, संदीप पांडे और रामपाल सिंह को उपसचिव तथा आकाश गंगवार को सोशल मीडिया प्रभारी नियुक्त किया गया।

गोष्ठी में वक्ताओं ने प्रेस क्लब भवन को पुनः चालू करने और पत्रकारों की स्थाई समिति की बैठक कराने पर विशेष बल दिया। सर्वसम्मति से तय किया गया कि खंडहर में तब्दील हो चुके प्रेस क्लब भवन को जल्द खुलवाने हेतु सभी पत्रकार संगठनों की संयुक्त बैठक बुलाकर आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। साथ ही जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर स्थाई समिति की बैठक की मांग की जाएगी।

गोष्ठी को संबोधित करते हुए अध्यक्ष सौरभ गंगवार ने कहा कि कुमाऊं युवा प्रेस क्लब पिछले डेढ़ दशक से पत्रकारों के हितों की लड़ाई लड़ता आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रेस क्लब भवन की दुर्दशा पत्रकारों की एकजुटता की कमी का परिणाम है। उन्होंने सभी संगठनों से एक मंच पर आने और पत्रकार हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करने का आह्वान किया।

प्रेस क्लब के संरक्षक कमल श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारों की असली ताकत उनकी एकजुटता है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता दिवस पत्रकारों की भूमिका और जिम्मेदारियों को याद करने का अवसर है। उन्होंने पत्रकारों को ईमानदार, निष्पक्ष और जिम्मेदार पत्रकारिता के लिए प्रेरित किया।

वरिष्ठ उपाध्यक्ष गुरबाज सिंह ने कहा कि मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है, जिसकी जवाबदेही सबसे अधिक है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में निष्पक्ष पत्रकारिता करना चुनौतीपूर्ण हो गया है, लेकिन यही पत्रकारों का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जब कलम बंद हो जाती है, तो लोकतंत्र संकट में पड़ जाता है।

गोष्ठी को हरविंदर सिंह चावला, ललित राठौर, गोपाल भारती समेत अन्य पत्रकारों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार ललित राठौर ने किया। इस अवसर पर जगदीश चंद्र, सुरेंद्र गिरधर, युगराज रघुवंशी, अशोक सागर, शादाब हुसैन, किशन गंगवार, सत्यजीत सरकार, आकाश गंगवार, बरीत सिंह, रामपाल धनखड़, भानु प्रताप गंगवार, जमील अहमद, अभिषेक शर्मा, अंकुर चुघ, रवि कुमार, महेंद्र मौर्य, गुरविंदर सिंह, रामप्रताप, गोपी सरकार, रंजीत सरकार, मुकेश भटनागर, शेर सिंह राठौर, विजय गुप्ता, मनीष ग्रोवर, संदीप पांडे, मुकेश गंगवार समेत बड़ी संख्या में पत्रकार मौजूद रहे।