गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस पर भव्य गुरमत समागम आयोजित, जरूरतमंदों को वस्त्र वितरित कर किया सम्मानित
रिपोर्ट : देवेंद्र सिंह
ग्राम नवाब नगर मिलक खानम, जनपद रामपुर (उत्तर प्रदेश) में श्री गुरु अर्जन देव जी के शहीदी दिवस के अवसर पर निर्मल तख्त बाबा बुड्ढा जी, रमदास गुरुद्वारा श्री अमृतसर (पंजाब) से पधारे बाबा भगवंत भजन सिंह के नेतृत्व में भव्य शहीदी गुरमत समागम का आयोजन किया गया। समागम की शुरुआत श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के अखंड पाठ के भोग व अरदास से की गई।
कार्यक्रम में अमृतसर से पधारे रागी भाई वीर सिंह नामधारी ने गुरबाणी कीर्तन और आरती के माध्यम से संगत को निहाल किया। तत्पश्चात, उन्होंने श्री गुरु अर्जन देव जी की शहादत और उसके कारणों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि मुगल शासक जहांगीर ने अपने दीवान चंदू और अन्य षड्यंत्रकारियों के कहने पर गुरु साहिब को लाहौर में गर्म तवे पर बैठा कर, सिर पर गर्म रेत डालते हुए रावी नदी में बहा दिया गया। इसके बावजूद गुरु जी ने धर्मविरोधी किसी भी शर्त को स्वीकार नहीं किया।
कथावाचक हरप्रीत सिंह व देवेंद्र सिंह ने गुरु साहिब के जीवन, शिक्षा, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के संपादन में योगदान एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर संगत को संबोधित किया। उन्होंने अधिक से अधिक पेड़-पौधे लगाने, शुद्ध जल-वायु और योग से जीवनशैली सुधारने का संदेश भी दिया।
इस अवसर पर दिवंगत सरदार नसीब सिंह एवं सरदारनी नसीब कौर के परिजनों — भगवंत सिंह, परमजीत सिंह, हरवीर सिंह, हरमनप्रीत सिंह, सिमरन जोत सिंह, परमवीर सिंह सहित अन्य परिजनों ने गुरु का लंगर व ठंडे मीठे पानी की शबील लगाकर सेवा की।
समापन अवसर पर बाबा भगवंत भजन सिंह ने समाज सेवा में अग्रणी समाजसेवियों को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इसके साथ ही सिख मिशनरी कॉलेज, लुधियाना की गदरपुर इकाई द्वारा संचालित सिलाई प्रशिक्षण केंद्र की छात्राओं द्वारा तैयार किए गए वस्त्र 25 जरूरतमंद परिवारों की महिलाओं को भेंट किए गए।
बाबा भगवंत भजन सिंह ने बच्चों व युवाओं को सुंदर दस्तार सजाने के लिए प्रेरित किया और बच्चों को दस्तार सजाई गई। समागम के अंत में अरदास एवं प्रसाद व मिष्ठान वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।