कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन तेजी से फैलने वाला चिंताजनक- डब्ल्यूएचओ

मीडिया ग्रुप, 27 नवंबर, 2021

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक सलाहकार समिति ने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार सामने आए कोरोना वायरस (Coronavirus) कोविड-19 के नए प्रकार को ‘बेहद तेजी से फैलने वाला चिंताजनक प्रकार’ करार दिया है और ग्रीक वर्णमाला के तहत इसे ‘ओमीक्रॉन’ नाम दिया है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने शुक्रवार को घातक कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन B.1.1.529 को ‘वैरिएंट आफ कंसर्न’ करार दिया और इसे ओमीक्रोन (Omicron) नाम दिया है। इस श्रेणी (Variant of concern) के वायरस को अत्यधिक संक्रामक माना जाता है। डेल्टा वैरिएंट को भी इसी श्रेणी में रखा गया था।

इस वैरिएंट के सामने आने से पहले ही ब्रिटेन, जर्मनी और रूस समेत यूरोप और अन्य क्षेत्रों के कई देशों में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे। रूस में तो इस महामारी के चलते रिकार्ड संख्या में लोगों की मौतें भी हो रही थीं। अब इस नए वैरिएंट के सामने आने के बाद दुनिया में दहशत फैल गई है।

संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी द्वारा शुक्रवार को की गई यह घोषणा पिछले कुछ महीनो में वायरस के नए प्रकार के वर्गीकरण में पहली बार की गई है। इसी वर्ग में कोरोनावायरस के डेल्टा प्रकार को भी रखा गया था जिसका प्रसार दुनियाभर में हुआ था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दक्षिण अफ्रीका में कोरोनावायरस के नए स्वरूप के सामने आने के बाद शुक्रवार को दुनिया के ज्यादातर हिस्सों में इसे लेकर सुगबुगाहट रही, बाजारों में गिरावट देखी गई और वैज्ञानिकों ने सटीक खतरों का अंदाजा लगाने के लिए आपातकालीन बैठकें कीं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित चिकित्सा विशेषज्ञों ने दक्षिणी अफ्रीका में सामने आए स्वरूप को बेहतर ढंग से समझने से पहले किसी भी अति प्रतिक्रिया के खिलाफ चेतावनी दी। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने सांसदों से कहा, शुरुआती संकेत बताते हैं कि यह स्वरूप डेल्टा संस्करण की तुलना में अधिक खतरनाक हो सकता है और वर्तमान टीके इसके खिलाफ कम प्रभावी हो सकते हैं। उन्होंने कहा, हमें जल्द से जल्द संभव कदम उठाने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।

यूरोपीय संघ में शामिल देशों में मामलों में भारी वृद्धि के बीच, जर्मनी के स्वास्थ्य मंत्री जेन्स स्पैन ने कहा, यह एक नया स्वरूप कई समस्याएं पैदा करेगा। यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेएन ने कहा, उड़ानों को तब तक स्थगित किया जाना चाहिए जब तक कि हमें इस नए स्वरूप से उत्पन्न खतरे के बारे में स्पष्ट समझ न हो, और इस क्षेत्र से लौटने वाले यात्रियों को सख्त पृथकवास नियमों का पालन करना चाहिए।

बेल्जियम इस स्वरूप के मामले की घोषणा करने वाला यूरोपीय संघ का पहला देश बन गया। इसमें एक शख्स शामिल है जो विदेश से आया था। स्वास्थ्य मंत्री फ्रैंक वैंडेनब्रुक ने कहा, यह एक संदिग्ध स्वरूप है। हम नहीं जानते कि क्या यह बहुत खतरनाक स्वरूप है।