रुद्रपुर : साप्ताहिक बाजार के विरोध के नाम पर राजनीति कर रहे कुछ व्यापारी नेता

रुद्रपुर। कुछ व्यापारी नेताओं द्वारा साप्ताहिक बाजार के खिलाफ किया जा रहा विरोध अब सवालों के घेरे में है। व्यापारी नेता जिस प्रकार व्यापारियों के नाम पर साप्ताहिक बाजार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, वह स्पष्ट रूप से राजनीति से प्रेरित प्रतीत होता है। उनके इस कदम से न केवल छोटे व्यापारियों बल्कि कम आय वाले लोगों के रोज़गार पर भी गहरा असर पड़ रहा है।

साप्ताहिक बाजार शहर के उन लोगों के लिए जीवनरेखा है, जिनकी आय सीमित है। यहां सस्ते दामों पर वस्तुएं उपलब्ध होती हैं, जिससे निम्न और मध्यम वर्गीय परिवारों को बड़ी राहत मिलती है। लेकिन यह विरोध सीधे तौर पर इन बाजारों को बंद करने का प्रयास है, जिससे गरीब और छोटे व्यापारी अपने परिवार का पेट पालने में असमर्थ हो सकते हैं।

राजनीति के लिए व्यापारियों के नाम का उपयोग

व्यापारी नेता जिस प्रकार व्यापार मंडल के मंच का उपयोग कर रहे हैं, उससे यह सवाल उठता है कि क्या उनका उद्देश्य व्यापारियों के हित की रक्षा करना है या अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को पूरा करना। स्थानीय लोग बताते हैं कि साप्ताहिक बाजारों से उनके व्यवसाय पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ता, क्योंकि यह बाजार केवल सीमित समय के लिए लगते हैं और मुख्यत: कम आय वर्ग के लोग यहां खरीदारी करते हैं।

सिर्फ बड़े व्यापारियों के हित की बात 

इस विरोध में मुख्य रूप से बड़े व्यापारियों के फायदे के इर्द-गिर्द ही मुद्दे सिमटे हुए हैं। इन आंदोलनों में छोटे व्यापारियों या रेहड़ी-पटरी वालों की समस्याओं पर कभी खुलकर बात नहीं की जाती। विरोध में हमेशा उन व्यापारियों का समर्थन दिखता है जिनका कारोबार पहले से ही स्थिर और बड़े स्तर पर है। छोटे व्यापारी, जो साप्ताहिक बाजारों पर निर्भर हैं, उनके हितों को लेकर कोई ठोस पहल नहीं होती।

सप्ताहिक बाजारों का महत्व और समाधान की जरूरत

साप्ताहिक बाजार गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों के लिए महत्वपूर्ण हैं। यह न केवल उनके लिए सस्ता सामान उपलब्ध कराते हैं, बल्कि छोटे व्यापारियों को अपने उत्पाद बेचने का अवसर भी देते हैं। इन बाजारों को बंद करना किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं है।

व्यापारी नेताओं को चाहिए कि वे व्यापारियों की समस्याओं को राजनीतिक मंच बनाने के बजाय, सभी वर्गों के हितों को ध्यान में रखकर काम करें। छोटे व्यापारियों और गरीब वर्ग के लोगों की आजीविका को सुरक्षित रखने के लिए व्यापार मंडल को एक सकारात्मक भूमिका निभानी चाहिए।